How Do Online Payday Loans Work in India

How Do Online Payday Loans Work in India

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भारत में ऑनलाइन पे डे लोन: क्या आपको लेना चाहिए

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में कब कौनसी जरूरत सामने आ जाए कुछ कहा नहीं जा सकता कभी मेडिकल खर्च तो कभी अचानक यात्रा या कोई और जरूरी खर्च बहुत से लोग खासकर नौकरीपेशा या फ्रीलांसर जब बैंकों से लोन नहीं ले पाते तो ऑनलाइन पे डे लोन उनकी मदद करता है

लेकिन क्या वाकई ये लोन सुरक्षित हैं कैसे काम करते हैं और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए चलिए जानते हैं

पे डे लोन क्या होता है

पे डे लोन एक छोटा और जल्दी मिलने वाला लोन होता है जिसे आप अपनी अगली सैलरी आने तक किसी जरूरी खर्च के लिए ले सकते हैं आमतौर पर ये लोन एक हजार रुपये से लेकर एक लाख रुपये तक का होता है और इसकी अवधि सात से तीस दिन के बीच होती है

भारत में ऐसे लोन डिजिटल प्लेटफॉर्म या फिनटेक ऐप्स के ज़रिए मिलते हैं जहां आप मोबाइल से ही लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं

ये लोन कैसे काम करता है

सबसे पहले आप किसी एप या वेबसाइट पर जाकर अपना आधार पैन और इनकम की जानकारी भरते हैं
फिर कंपनी आपकी जानकारी की जांच करती है और आपकी भुगतान क्षमता आंकती है
अगर सब कुछ ठीक रहा तो लोन तुरंत आपके बैंक खाते में भेज दिया जाता है
लोन की रकम चुकाने के लिए एक तय तारीख दी जाती है जिस दिन आपके खाते से पैसा अपने आप कट जाता है

कौन लेता है पे डे लोन

ऐसे लोन खासकर उन लोगों के बीच लोकप्रिय हैं जो

  • नौकरी करते हैं लेकिन महीने के अंत में पैसों की जरूरत पड़ती है

  • फ्रीलांसर या गिग वर्कर हैं जिनकी आमदनी समय पर नहीं आती

  • छात्र हैं जिनके पास कोई छोटा मोटा इनकम सोर्स है

  • जिनका क्रेडिट स्कोर कमजोर है या जो पहली बार लोन ले रहे हैं

फायदे क्या हैं

  • आवेदन से लेकर पैसा मिलने तक का पूरा प्रोसेस कुछ ही मिनटों में हो सकता है

  • ज्यादा कागज़ी काम की जरूरत नहीं पड़ती

  • जिनका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है उन्हें भी लोन मिल सकता है

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नुकसान और खतरे

  • इन लोन पर ब्याज दर बहुत ज्यादा होती है कई बार सालाना 100 फीसदी तक

  • चुकाने के लिए समय बहुत कम मिलता है जिससे देरी होने पर भारी जुर्माना लग सकता है

  • एक लोन चुकाने के लिए दूसरा लोन लेना पड़ सकता है जिससे कर्ज का जाल बन जाता है

  • कुछ प्लेटफॉर्म आरबीआई से रजिस्टर्ड नहीं होते जिससे उनके तरीकों पर भरोसा नहीं किया जा सकता

आरबीआई की गाइडलाइंस

आरबीआई ने हाल ही में डिजिटल लेंडिंग को लेकर सख्त नियम बनाए हैं जिनमें शामिल हैं

  • सिर्फ रजिस्टर्ड एनबीएफसी या बैंक ही लोन दे सकते हैं

  • ब्याज और सभी शुल्कों की पूरी जानकारी पहले दी जानी चाहिए

  • ग्राहक की अनुमति के बिना कोई जानकारी शेयर नहीं की जा सकती

  • गलत तरीके से वसूली करने पर रोक है

किसी भी ऐप से लोन लेने से पहले ये ज़रूर जांच लें कि वो आरबीआई से जुड़ी कंपनी के साथ काम कर रहा है या नहीं

How Do Online Payday Loans Work in India
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भारत में कुछ भरोसेमंद प्लेटफॉर्म

  • कैशे

  • अर्ली सैलरी (अब फाइब)

  • एमपॉकेट

  • क्रेडिटबी

  • मनीटैप

इन ऐप्स पर लोन लेने से पहले उनकी शर्तें पढ़ें और रिव्यू ज़रूर चेक करें

सुरक्षित लोन लेने के लिए टिप्स

  • सिर्फ उतना ही लोन लें जितनी जरूरत हो

  • कुल ब्याज और शुल्क समझें सिर्फ दर न देखें

  • समय पर भुगतान करें ताकि जुर्माना न लगे

  • प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर मौजूद और रेटेड ऐप ही इस्तेमाल करें

  • कभी भी अपना आधार या बैंक डिटेल्स व्हाट्सऐप पर किसी को न भेजें

आखिर में

पे डे लोन जरूरत के समय आपकी मदद कर सकते हैं लेकिन अगर इन्हें समझदारी से नहीं लिया गया तो ये आपकी परेशानी को और बढ़ा सकते हैं अगर संभव हो तो पहले अपने दोस्त रिश्तेदार या ऑफिस से एडवांस लेने की कोशिश करें

कर्ज हमेशा एक जिम्मेदारी होती है इसका इस्तेमाल सोच समझकर ही करें जरूरत के वक्त सही जानकारी और समझदारी से लिया गया लोन फायदेमंद हो सकता है लेकिन जल्दबाजी या लालच आपको मुसीबत में डाल सकता है

Natural Gas Storage Exceeds Forecast, Signaling Weak Demand in June 2025

नेचुरल गैस का स्टोरेज उम्मीद से ज्यादा, मांग में कमजोरी का संकेत
जून 2025 | न्यूज़टाइम्ज़ एनर्जी डेस्क

इस हफ्ते एक अहम रिपोर्ट सामने आई है जिससे नेचुरल गैस की कीमतों और बाजार की दिशा को लेकर कुछ नए संकेत मिले हैं अमेरिका की एनर्जी इंफॉर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन यानी EIA ने ताज़ा रिपोर्ट जारी की है जिसमें बताया गया है कि पिछले हफ्ते गैस का स्टोरेज 96 बिलियन क्यूबिक फीट यानी 96 Bcf हुआ है ये आंकड़ा बाजार की उम्मीद से भी ज्यादा है और पिछले हफ्ते के 95 Bcf से भी ज़्यादा है

अब इसका मतलब क्या है सीधी सी बात ये है कि गैस की मांग कम रही है और स्टोरेज बढ़ता जा रहा हैजब डिमांड कम होती है और सप्लाई ज्यादा तो ज़ाहिर है कि प्राइस यानी कीमत पर असर पड़ता है यही इस रिपोर्ट का मुख्य संदेश है

क्यों बढ़ गया स्टोरेज
रिपोर्ट से पहले जो अनुमान था वो ये था कि इस हफ्ते करीब 88 Bcf गैस स्टोर होगी लेकिन जब असल आंकड़ा आया तो वो 96 Bcf निकला इसका साफ मतलब है कि या तो डिमांड में कमी रही या फिर सप्लाई जरूरत से ज्यादा हो गई और शायद दोनों ही बातें सही हों

इसका असर ये होता है कि बाजार को लगने लगता है कि गैस की ज़रूरत इतनी नहीं है जितनी बन रही है और जब स्टोर में गैस भरती जाती है तो खरीदार कम हो जाते हैं और कीमतें गिरने लगती हैं


क्यों बढ़ गया स्टोरेज

रिपोर्ट से पहले जो अनुमान था वो ये था कि इस हफ्ते करीब 88 Bcf गैस स्टोर होगी। लेकिन जब असल आंकड़ा आया तो वो 96 Bcf निकला। इसका साफ मतलब है कि या तो डिमांड में कमी रही या फिर सप्लाई जरूरत से ज्यादा हो गई और शायद दोनों ही बातें सही हों

इसका असर ये होता है कि बाजार को लगने लगता है कि गैस की ज़रूरत इतनी नहीं है जितनी बन रही है और जब स्टोर में गैस भरती जाती है तो खरीदार कम हो जाते हैं और कीमतें गिरने लगती हैं


आंकड़ों पर एक नजर

हफ्ता खत्म होने की तारीख स्टोरेज (Bcf) अनुमानित आंकड़ा पिछला हफ्ता
20 जून 2025 96 88 95

दो हफ्तों से लगातार जो आंकड़े आ रहे हैं वो यही बता रहे हैं कि गैस की मांग कमजोर है और सप्लाई लगातार बढ़ रही है ये एक लंबी अवधि का ट्रेंड भी हो सकता है अगर यही सिलसिला चलता रहा


बाजार पर क्या असर होगा

अब जब स्टोरेज बढ़ रहा है और डिमांड कमजोर है तो सबसे पहला असर कीमतों पर पड़ता है गैस की कीमतें धीरे-धीरे नीचे जा सकती हैं ट्रेडर्स यानी कारोबारी लोग ये सोचने लगते हैं कि अगर डिमांड कम है तो अब ज़रूरत से ज़्यादा गैस स्टोर में पड़ी रहेगी और प्राइस नीचे चला जाएगा

इस रिपोर्ट के आने के बाद गैस के फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट्स यानी भविष्य की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखी गई अगर यही ट्रेंड चलता रहा और गर्मियों में ज्यादा गर्मी नहीं पड़ी तो आने वाले हफ्तों में प्राइस और भी नीचे जा सकती है


गैस की डिमांड क्यों घट रही है

कई वजहें हो सकती हैं

  1. मौसम ठंडा रहा है – इस साल गर्मी उतनी नहीं पड़ी है जितनी आमतौर पर जून में पड़ती है जब गर्मी कम होती है तो एयर कंडीशनर का इस्तेमाल भी कम होता है जिससे बिजली की खपत घटती है और बिजली बनाने के लिए गैस का इस्तेमाल कम होता है

  2. उत्पादन बहुत ज्यादा हो रहा है – अमेरिका में इस समय नेचुरल गैस का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर है हर दिन लगभग 106 Bcf गैस बनाई जा रही है जब इतनी ज्यादा सप्लाई हो और डिमांड उतनी ना हो तो स्टोरेज बढ़ ही जाएगा

  3. उद्योगों की खपत घटी है – कई फैक्ट्रियां और प्लांट शायद पूरी क्षमता से काम नहीं कर रहे खासकर वैश्विक मंदी और आर्थिक अनिश्चितताओं की वजह से

  4. एक्सपोर्ट में रुकावटें – भले ही अमेरिका गैस को दूसरे देशों को बेच रहा है (LNG के ज़रिए) लेकिन अगर बंदरगाहों पर दिक्कतें हो या मरम्मत का काम चल रहा हो तो एक्सपोर्ट कम हो जाता है और गैस अमेरिका में ही रह जाती है


कनाडा पर असर

अब आप सोच सकते हैं कि अमेरिका की रिपोर्ट का कनाडा से क्या लेना-देना लेकिन असल में बहुत कुछ लेना देना है क्योंकि कनाडा एक बड़ा ऊर्जा निर्यातक है और उसका डॉलर यानी CAD गैस और तेल की कीमतों से सीधा जुड़ा हुआ है

जब अमेरिका में गैस की कीमतें गिरती हैं तो इसका असर कनाडा के एक्सपोर्ट पर पड़ता है इनकम कम होती है निवेशक घबराते हैं और इससे कनाडाई डॉलर कमजोर हो सकता है और अगर ये ट्रेंड लंबा चला तो कनाडा की अर्थव्यवस्था पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है


आगे क्या हो सकता है

अब सवाल उठता है – क्या ये बस एक हफ्ते की बात है या कोई बड़ा बदलाव शुरू हो गया है

संभावित परिदृश्य ये हो सकते हैं

  • अगर गर्मी तेज़ हुई – जुलाई और अगस्त में अगर तापमान बढ़ता है तो एसी ज्यादा चलेंगे बिजली की डिमांड बढ़ेगी और उससे गैस की खपत बढ़ेगी इसका असर होगा कि स्टोरेज घटेगा और कीमतें स्थिर हो सकती हैं

  • LNG एक्सपोर्ट बढ़ा – इस साल के दूसरे हिस्से में अमेरिका से गैस एक्सपोर्ट और तेज़ होने वाला है यूरोप और एशिया में मांग बनी हुई है अगर वहां ज्यादा गैस भेजी गई तो घरेलू स्टोरेज पर दबाव कम होगा

  • प्रोडक्शन कम हो सकता है – अगर कीमतें और नीचे जाती हैं तो छोटे उत्पादक गैस बनाना कम कर सकते हैं ताकि घाटा ना हो इससे सप्लाई और डिमांड में संतुलन आ सकता है

  • उद्योगों की मांग और घट सकती है – अगर वैश्विक मंदी बढ़ती है तो कारखानों की गैस खपत और कम हो सकती है इससे ट्रेंड और कमजोर हो जाएगा


जानकार क्या कहते हैं

एनर्जी एक्सपर्ट्स का मानना है कि ये आंकड़े कुछ तो संकेत देते हैं लेकिन पक्का कुछ कहा नहीं जा सकता ह्यूस्टन के एक एनर्जी इकोनॉमिस्ट थॉमस ब्रूअर का कहना है 
96 Bcf का स्टोरेज निश्चित तौर पर सीजन के लिहाज से ज्यादा है इससे पता चलता है कि प्रोडक्शन तो ज्यादा है ही साथ ही डिमांड में भी ठहराव है लेकिन मौसम या जियोपॉलिटिक्स के चलते हालात जल्दी बदल भी सकते हैं


निष्कर्ष

कुल मिलाकर जो ताज़ा रिपोर्ट आई है वो ये दिखा रही है कि नेचुरल गैस की मांग उस स्तर तक नहीं पहुंची है जिसकी उम्मीद थी और स्टोरेज लगातार बढ़ रहा है ये बात बाजार के लिए चिंता की हो सकती है

अगर आने वाले हफ्तों में गर्मी नहीं बढ़ी या एक्सपोर्ट में कोई तेजी नहीं आई तो गैस की कीमतें और गिर सकती हैं इसका असर न केवल अमेरिका में बल्कि कनाडा जैसे देशों पर भी पड़ सकता है

अब सबकी नजरें अगली रिपोर्ट्स पर रहेंगी जो ये बताएंगी कि ये सिर्फ एक अस्थायी बदलाव है या एक लंबे समय का नया ट्रेंड

Nothing Gallery update

Nothing Gallery update

नथिंग गैलरी का नया अपडेट आया है और ये वाकई शानदार है

पिछले साल जब Nothing OS 3.0 लॉन्च हुआ था तब इसके साथ नथिंग ने अपनी खुद की गैलरी ऐप भी दी थी जिसका नाम था

Nothing Gallery.

ये एक बिलकुल साफ सुथरी और आसान ऐप थी जो सिर्फ नथिंग फोन के लिए बनी थी. अब उसी ऐप में एक नया बड़ा अपडेट आया है जो इसे और भी खास बना देता है

अब इस ऐप में आपको मिल रहा है एक दमदार फोटो और वीडियो एडिटर जो कि फोन के अंदर ही काम करता है. यानि अब आपको किसी थर्ड पार्टी ऐप की जरूरत नहीं पड़ेगी. चलिए जानते हैं कि इस नए अपडेट में क्या कुछ नया और खास है

क्या नया है इस अपडेट में

सबसे बड़ी बात तो यही है कि अब आप अपनी फोटो और वीडियो को एडिट कर सकते हैं वो भी बिना किसी झंझट के और बिना किसी एक्स्ट्रा ऐप को डाउनलोड किए

फोटो एडिटिंग टूल्स

अब आप अपनी फोटो को क्रॉप कर सकते हैं घुमा सकते हैं यानी रोटेट कर सकते हैं और इसमें कुल 6 बेसिक टूल्स दिए गए हैं जो फ्रेमिंग के लिए बहुत काम आते हैं

फिर आता है कलर ग्रेडिंग का ऑप्शन जिसमें आपको 12 अलग अलग तरह के ट्यूनिंग पैरामीटर मिलते हैं जैसे कि कंट्रास्ट व्हाइट बैलेंस टोन कर्व वगैरह. सबसे खास बात ये है कि ये सब कुछ आप फुल रेजोल्यूशन पर कर सकते हैं और फोटो की क्वालिटी पर कोई असर नहीं पड़ेगा

इसके अलावा इसमें नथिंग के खुद के 10 डिजाइन किए हुए फिल्टर्स भी हैं जिनकी इंटेंसिटी आप 0 से 100 तक सेट कर सकते हैं. यानि जैसे जैसा चाहें वैसा लुक दे सकते हैं फोटो को

वीडियो एडिटिंग फीचर्स

अब बात करते हैं वीडियो की. अगर आपने कोई वीडियो शूट किया है तो आप उसे ट्रिम कर सकते हैं यानि जो पार्ट्स नहीं चाहिए उन्हें काट सकते हैं

वीडियो की आवाज को भी कंट्रोल कर सकते हैं. वॉल्यूम 0 से 100 तक सेट कर सकते हैं

अगर आपने स्लो मोशन वीडियो शूट किया है तो उसकी स्पीड भी एडजस्ट कर सकते हैं. ये सब कुछ आप बड़ी ही आसानी से कर सकते हैं

क्यों जरूरी है Native App

अब आप सोच रहे होंगे कि जब गूगल फोटोज या कोई और ऐप पहले से फोन में होता है तो फिर ये नथिंग गैलरी क्यों इस्तेमाल करें

असल में थर्ड पार्टी ऐप्स हर तरह के डिवाइस के लिए बनाई जाती हैं. उनका कोई खास कनेक्शन फोन के हार्डवेयर या कैमरे से नहीं होता. और कई बार इनमें ऐड्स आ जाते हैं सब्सक्रिप्शन के झंझट होते हैं और परफॉर्मेंस भी धीमी होती है

लेकिन नथिंग गैलरी एक Native App है यानि ये सिर्फ और सिर्फ नथिंग फोन के लिए बनाई गई है. इसका फोन के कैमरे और हार्डवेयर से पूरा तालमेल है. इस वजह से जब आप कैमरे से फोटो क्लिक करके गैलरी में जाते हैं तो ये ट्रांजिशन 20 फीसदी तेज हो गया है

इमेज प्रोसेसिंग भी अब 25 फीसदी ज्यादा तेज है और सबसे बड़ी बात ये कि पूरी ऐप का डिज़ाइन टाइपोग्राफी आइकन एनिमेशन सब कुछ बिलकुल उसी स्टाइल में है जैसा कि नथिंग का इंटरफेस होता है

स्मार्ट और स्मूद एक्सपीरियंस

इसमें AI की मदद से फोटो ऑटोमैटिकली कैटेगराइज़ हो जाती हैं. और एक बहुत ही दिलचस्प फीचर है Image Cutout.

अगर आप किसी फोटो में किसी सब्जेक्ट को लंबा प्रेस करते हैं तो Dot Engine की मदद से वो सब्जेक्ट बैकग्राउंड से अलग हो जाता है. ये बहुत स्मूद और यूनिक एक्सपीरियंस होता है

Ultra XDR सपोर्ट

अब बात करते हैं HDR यानी हाई डायनामिक रेंज की. जब आप XDR फोटो क्लिक करते हैं तो उसमें एक खास तरह का डाटा होता है जिसे कई थर्ड पार्टी ऐप्स एडिटिंग के दौरान हटा देती हैं. इससे फोटो का असली लुक चला जाता है

लेकिन नथिंग गैलरी में ऐसा नहीं होता. इसमें JPEG में एम्बेडेड गेन मैप्स को पूरी तरह से सपोर्ट किया जाता है जिससे आपकी फोटो जैसी आपने खींची थी वैसी ही दिखती है एडिटिंग के बाद भी

प्राइवेसी है सबसे ऊपर

नथिंग की एक और बहुत खास बात ये है कि ये आपकी प्राइवेसी का पूरा ध्यान रखता है

न कोई क्लाउड अपलोड होता है

न कोई जबरदस्ती अकाउंट बनाने का ऑप्शन

न कोई सब्सक्रिप्शन या छिपे हुए फीचर्स

हर चीज आपके डिवाइस पर ही होती है और आपका डाटा कहीं भी बाहर नहीं जाता. न कोई मेटाडाटा हटाया जाता है न कोई छिपा प्रोसेस किया जाता है. सब कुछ ट्रांसपेरेंट होता है

हैप्टिक फीडबैक भी शानदार

जब आप एडिटिंग करते हैं तो हर टूल पर हल्का सा हैप्टिक फीडबैक मिलता है जिससे फीलिंग और भी बेहतर हो जाती है. जैसे जैसे आप स्लाइडर घुमाते हैं आपको लगता है कि आप कुछ असली चीज को कंट्रोल कर रहे हैं

अपडेट अब शुरू हो गया है

ये नया अपडेट आज से गूगल प्ले स्टोर पर रोल आउट हो रहा है और कल तक सभी यूजर्स को मिल जाएगा.

कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि नथिंग गैलरी अब सिर्फ एक फोटो देखने वाली ऐप नहीं रही बल्कि ये एक पावरफुल एडिटिंग टूल बन गई है जो तेज है, प्राइवेट है और सिर्फ नथिंग फोन के लिए खास है

और सबसे अच्छी बात ये है कि ये सिर्फ शुरुआत है. नथिंग ने कहा है कि आगे और भी नए और मजेदार फीचर्स आने वाले हैं

तो अगर आपके पास नथिंग फोन है तो इस अपडेट को जरूर ट्राई कीजिए. एक बार इस्तेमाल करेंगे तो शायद आपको किसी और ऐप की जरूरत ही ना पड़े

बस इतना ही, अब एडिटिंग का काम हो गया और भी आसान और मजेदार, बिना किसी टेंशन के. यही है नया Nothing Gallery